Srimad Bhagavad Geeta : यथार्थ गीता हर व्यक्ति के लिए जीवन का मार्गदर्शक
Srimad Bhagavad Geeta केवल एक धर्मग्रंथ नहीं, बल्कि समस्त मानवता के लिए जीवन जीने की कला और आध्यात्मिक ज्ञान का अमूल्य स्रोत है। इसकी शिक्षाएँ जाति, धर्म, पंथ, और राष्ट्रीयता के बंधनों से परे हैं।
स्वामी श्री अड़गड़ानंद जी महाराज ने गीता के मूल संदेश को सरल और स्पष्ट रूप में प्रस्तुत किया है, जिसे उन्होंने Srimad Bhagavad Geeta Yatharth Geeta नाम दिया। यह पुस्तक हर युग और समाज के लिए उपयुक्त है।
स्वामी अड़गड़ानंद जी महाराज का जीवन परिचय
स्वामी अड़गड़ानंद जी महाराज, सत्य और ज्ञान के महान साधक, 23 वर्ष की आयु में सतना (मध्य प्रदेश) के चित्रकूट के जंगलों में स्थित परमहंस महाराज जी के आश्रम पहुँचे। उन्होंने गुरु परमहंस महाराज जी के संरक्षण में गहन आध्यात्मिक साधना की और यथार्थ गीता को समाज के लिए उपलब्ध कराया।
परमहंस महाराज जी का जन्म उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के रामकोला गाँव में हुआ था। वे बचपन से ही एक विलक्षण व्यक्तित्व के धनी थे।
Srimad Bhagavad Geeta : Yatharth Geeta की विशेषताएँ
- सभी के लिए सुलभ: यह गीता जाति, धर्म और पंथ से परे है।
- सरल भाषा: इसे सरल और सहज भाषा में लिखा गया है ताकि हर व्यक्ति इसे समझ सके।
- आत्मज्ञान का मार्ग: यथार्थ गीता की शिक्षाएँ व्यक्ति को भीतर से जागृत करती हैं और आत्मदर्शन का मार्ग प्रशस्त करती हैं।
Srimad Bhagavad Geeta यथार्थ गीता को डाउनलोड करने के लिए लिंक
यथार्थ गीता को विभिन्न भाषाओं में डाउनलोड करने के लिए नीचे दिए गए लिंक का उपयोग करें:
Srimad Bhagavad Geeta फ्री पेपर बुक मंगवाने का विकल्प
यदि आप यथार्थ गीता की हार्डकॉपी चाहते हैं, तो इसे मुफ्त में ऑर्डर करने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जाएँ:
यथार्थ गीता न केवल धार्मिक ग्रंथ है, बल्कि आत्मा की जागृति और जीवन की दिशा का पथ-प्रदर्शक है। इसके अध्ययन से व्यक्ति को अपने भीतर से मार्गदर्शन मिलता है, जिससे संदेह और भ्रम दूर हो जाते हैं। यह पुस्तक सभी के लिए अद्वितीय और उपयोगी है।
अभी यथार्थ गीता को डाउनलोड करें या इसे पेपर बुक के रूप में मँगवाएँ और इस अद्भुत ज्ञान को अपने जीवन का हिस्सा बनाएँ।