Diwali 2024 दीपावली के दिन इस समय करें पूजा होगी धन वर्षा

Diwali 2024 दीपावली के दिन इस समय करें पूजा होगी धन वर्षा

दीपावली का पर्व विशेष रूप से भारत में मनाए जाने वाले प्रमुख त्यौहारों में से एक है। यह पांच दिनों तक चलने वाला पर्व है, जिसमें हर दिन का एक खास महत्व होता है। 2024 में दीपावली का पंच दिवसीय उत्सव 31 अक्टूबर से शुरू होकर 4 नवम्बर तक चलेगा। यहाँ प्रत्येक दिन की जानकारी दी गई है:


1. धनतेरस (31 अक्टूबर 2024, गुरुवार)

  • महत्व: धनतेरस के दिन धन और स्वास्थ्य के देवता धन्वंतरि और देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इस दिन घर में समृद्धि और स्वास्थ्य के लिए नई वस्तुएं खरीदने की परंपरा है।
  • मुहूर्त: धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त सायंकाल प्रदोष काल के समय होता है, जो लगभग 17:57 से 20:27 बजे तक रहेगा।
  • पूजा विधि: इस दिन सोने, चांदी, बर्तन या अन्य नई चीजें खरीदने का महत्व है। शाम को घर में दीप जलाकर धन्वंतरि देव की पूजा करें।

2. नरक चतुर्दशी (छोटी दीपावली) (1 नवम्बर 2024, शुक्रवार)

  • महत्व: नरक चतुर्दशी को छोटी दीपावली कहा जाता है। इस दिन को भगवान कृष्ण द्वारा नरकासुर राक्षस का संहार करने के रूप में मनाया जाता है। इस दिन अभ्यंग स्नान और यम पूजा का विशेष महत्व है।
  • मुहूर्त: अभ्यंग स्नान का शुभ समय सूर्योदय से पूर्व का होता है, जो प्रातः 05:00 से 06:00 के बीच उपयुक्त होता है।
  • पूजा विधि: इस दिन सूर्योदय से पहले स्नान करके दीप जलाएं और देवी-देवताओं की पूजा करें। यमराज की पूजा करके उन्हें दीप अर्पित करें।

3. दीपावली / लक्ष्मी पूजन (2 नवम्बर 2024, शनिवार)

  • महत्व: दीपावली के दिन माँ लक्ष्मी, भगवान गणेश, और कुबेर देवता की पूजा होती है। यह पर्व मुख्य रूप से समृद्धि, खुशहाली और वैभव का प्रतीक है।
  • लक्ष्मी पूजन मुहूर्त:
    • प्रारंभ: शाम 18:02 बजे
    • समाप्त: रात 20:04 बजे
    • अवधि: 2 घंटे 2 मिनट
    • प्रदोष काल: 17:57 बजे से 20:27 बजे तक
    • वृषभ काल: 18:02 से 20:01 तक
  • पूजा विधि:
    • घर की साफ-सफाई के बाद लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति को एक साफ चौकी पर रखें।
    • उन्हें जल, फूल, धूप, दीप, अक्षत, फल, मिठाई आदि अर्पित करें।
    • धन-धान्य की देवी लक्ष्मी के स्वागत हेतु “ॐ महालक्ष्म्यै नमः” मंत्र का जाप करें और परिवार सहित आरती करें।
    • घर में सुख-समृद्धि और शांति के लिए दीप जलाकर घर के हर कोने को रौशन करें।

4. गोवर्धन पूजा / अन्नकूट (3 नवम्बर 2024, रविवार)

  • महत्व: इस दिन भगवान कृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत को उठाकर गोकुलवासियों की रक्षा की गई थी। इसे अन्नकूट पर्व भी कहा जाता है।
  • मुहूर्त: गोवर्धन पूजा का शुभ समय प्रदोष काल में होता है।
  • पूजा विधि:
    • घर के आंगन में गोवर्धन पर्वत की प्रतीकात्मक स्थापना करें।
    • भगवान कृष्ण और गोवर्धन पर्वत की पूजा करें और अन्नकूट (व्यंजनों का प्रसाद) का भोग लगाएं।
    • इस दिन गायों की सेवा और उनको भोजन कराने का विशेष महत्व है।

5. भाई दूज (4 नवम्बर 2024, सोमवार)

  • महत्व: भाई दूज के दिन भाई-बहन का अटूट प्रेम और स्नेह मनाने का पर्व है। बहन अपने भाई की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए पूजा करती है।
  • मुहूर्त: भाई दूज का शुभ समय दिनभर होता है, विशेषकर द्वितीय तिथि में।
  • पूजा विधि:
    • बहन अपने भाई को तिलक करती है और उसकी आरती उतारती है।
    • भाई के दीर्घायु और सुख-समृद्धि की कामना के लिए विशेष मंत्रों का जाप किया जाता है।
    • भाई अपनी बहन को उपहार देता है और उसे आशीर्वाद देता है।

दीपावली का आध्यात्मिक महत्व

  • दीपावली का त्यौहार अंधकार से प्रकाश की ओर, अज्ञान से ज्ञान की ओर, और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस दिन घर-आंगन को दीयों की रौशनी से सजाया जाता है और यह सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।

दीपावली के इस महोत्सव में घर में स्नेह और आनंद का वातावरण बनाएं, प्रियजनों के साथ इस पर्व का भरपूर आनंद लें, और सभी को दीपावली की शुभकामनाएँ दें।

 

दीपावली (दीwali) 2024 का पंचांग विवरण इस प्रकार है:

1. मुख्य तिथियाँ और दिनांक:

  • धनतेरस: 31 अक्टूबर 2024, गुरुवार
  • नरक चतुर्दशी (छोटी दिवाली): 1 नवम्बर 2024, शुक्रवार
  • दीपावली / लक्ष्मी पूजन: 2 नवम्बर 2024, शनिवार
  • गोवर्धन पूजा: 3 नवम्बर 2024, रविवार
  • भाई दूज: 4 नवम्बर 2024, सोमवार

2. लक्ष्मी पूजन मुहूर्त (2 नवम्बर 2024):

  • मुहूर्त का समय: 18:02 बजे से 20:04 बजे तक
  • अवधि: लगभग 2 घंटे 2 मिनट
  • वृषभ काल: 18:02 बजे से 20:01 बजे तक
  • प्रदोष काल: 17:57 बजे से 20:27 बजे तक

3. अमावस्या तिथि (दीपावली):

  • प्रारंभ: 2 नवम्बर 2024 को सुबह 01:48 बजे
  • समाप्ति: 2 नवम्बर 2024 को रात 23:27 बजे

4. महत्वपूर्ण समय मुहूर्त:

  • महानिशा काल: 23:38 बजे से 24:30 बजे तक
  • सिंह काल: 01:00 बजे से 03:15 बजे तक

5. पूजा विधि:

  • दीपावली के दिन लक्ष्मी पूजन के समय घर के मंदिर को साफ करके दीपक जलाएं।
  • लक्ष्मी और गणेश की मूर्ति को एक साफ चौकी पर रखें, उनको धूप, दीप, पुष्प, और मिठाई अर्पित करें।
  • लक्ष्मी जी का स्वागत करते हुए “ओम महालक्ष्म्यै नमः” मंत्र का जाप करें।

नोट: इस दिन प्रदोष काल और वृषभ काल का विशेष महत्व है।

Diwali

Diwali 2024: Worship at this time on the day of Deepawali, there will be a rain of money

The festival of Diwali is one of the major festivals celebrated especially in India. It is a five-day festival, in which every day has a special significance. In 2024, the five-day festival of Diwali will start from October 31 and will continue till November 4. Here is the information about each day:

1. Dhanteras (31 October 2024, Thursday)

Significance: Dhanvantri, the god of wealth and health, and Goddess Lakshmi are worshiped on the day of Dhanteras. On this day, there is a tradition of buying new items for prosperity and health in the house.

Muhurat: The auspicious time of Dhanteras Puja is during the evening Pradosh Kaal, which will be around 17:57 to 20:27.

Vidhi of worship: There is importance of buying gold, silver, utensils or other new things on this day. In the evening, worship Dhanvantri Dev by lighting a lamp in the house.

2. Narak Chaturdashi (Chhoti Diwali) (1 November 2024, Friday)

Significance: Narak Chaturdashi is called Chhoti Diwali. This day is celebrated as Lord Krishna killed the demon Narakasura. Abhyanga bath and Yama Puja have special significance on this day.

Muhurat: The auspicious time for Abhyanga bath is before sunrise, which is suitable between 05:00 and 06:00 in the morning.

Vidhi of Puja: On this day, take a bath before sunrise and light a lamp and worship the gods and goddesses. Worship Yamraj and offer him a lamp.

3. Deepawali / Lakshmi Pujan (2 November 2024, Saturday)

Significance: On the day of Diwali, Goddess Lakshmi, Lord Ganesha, and Kuber Devta are worshipped. This festival mainly symbolizes prosperity, happiness and splendor.

Lakshmi Pujan Muhurat:

Start: 18:02 PM

End: 20:04 PM

Duration: 2 hours 2 minutes

Pradosh Kaal: 17:57 PM to 20:27 PM

Vrishabha Kaal: 18:02 PM to 20:01

Puja Vidhi:

After cleaning the house, place the idol of Lakshmi-Ganesh on a clean stand.

Offer them water, flowers, incense, lamps, akshat, fruits, sweets etc.

Chant the mantra “Om Mahalakshmyai Namah” to welcome Goddess Lakshmi, the goddess of wealth and grains, and perform aarti with the family.

Light lamps and illuminate every corner of the house for happiness, prosperity and peace in the house.

4. Govardhan Puja / Annakoot (3 November 2024, Sunday)

Significance: On this day, Lord Krishna protected the people of Gokul by lifting the Govardhan mountain. It is also called Annakoot festival.

Muhurat: The auspicious time for Govardhan Puja is during Pradosh period.

Vidhi:

Establish a symbolic Govardhan mountain in the courtyard of the house.

Worship Lord Krishna and Govardhan mountain and offer Annakoot (offering of dishes).

Serving cows and feeding them has special significance on this day.

5. Bhai Dooj (4 November 2024, Monday)

Significance: Bhai Dooj is a festival to celebrate the unbreakable love and affection of brother and sister. The sister worships for the long life and happiness of her brother.

Muhurat: The auspicious time for Bhai Dooj is throughout the day, especially on the second date.

Vidhi:
The sister applies tilak to her brother and performs his aarti.

Special mantras are chanted to wish for the long life and happiness of the brother.
The brother gives gifts to his sister and blesses her.

Spiritual significance of Diwali
The festival of Diwali symbolizes the transition from darkness to light, from ignorance to knowledge, and the victory of good over evil. On this day, the house and courtyard are decorated with the light of diyas and it spreads positive energy.

In this festival of Diwali, create an atmosphere of love and joy in the house, enjoy this festival to the fullest with loved ones, and wish everyone a Happy Diwali.

The Panchang details of Deepawali (Diwali) 2024 are as follows:

1. Main dates and dates:

Dhanteras: 31 October 2024, Thursday

Narak Chaturdashi (Chhoti Diwali): 1 November 2024, Friday

Deepawali / Lakshmi Pujan: 2 November 2024, Saturday

Govardhan Puja: 3 November 2024, Sunday

Bhai Dooj: 4 November 2024, Monday

2. Lakshmi Pujan Muhurat (2 November 2024):

Muhurat time: 18:02 hrs to 20:04 hrs

Duration: Approximately 2 hours 2 minutes

Vrishabha Kaal: 18:02 hrs to 20:01 hrs

Pradosh Kaal: 17:57 hrs to 20:27 hrs

3. Amavasya Tithi (Deepawali):

Start: 01:48 am on 2 November 2024 1. End: 2 November 2024 at 23:27 hrs. 4. Important Time Muhurat: 5. Mahanisha Kaal: 23:38 hrs to 24:30 hrs. Leo Kaal: 01:00 hrs to 03:15 hrs. 5. Puja Vidhi: 6. Clean the temple of the house and light a lamp at the time of Laxmi Pujan on the day of Deepawali. Place the idol of Lakshmi and Ganesh on a clean stand, offer them incense, lamp, flowers, and sweets. Chant the mantra “Om Mahalakshmyai Namah” while welcoming Lakshmi ji. Note: Pradosh Kaal and Vrishabha Kaal have special significance on this day.

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