Devendra Fadnavis तीसरी बार बनेंगे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, पीएम मोदी शपथग्रहण समारोह में होंगे शामिल
5 दिसंबर 2024: महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर इतिहास रचते हुए Devendra Fadnavis तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। यह शपथग्रहण समारोह मुंबई के आजाद मैदान में 5 दिसंबर को शाम 5 बजे होगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत 2000 से अधिक वीवीआईपी और करीब 40,000 समर्थकों के शामिल होने की संभावना है।
बीजेपी के केंद्रीय नेताओं, एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री, राज्यपाल, केंद्रीय मंत्री, धार्मिक नेता, कलाकार, और साहित्यकार इस ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बनेंगे।
Devendra Fadnavis को चुना गया बीजेपी विधायक दल का नेता
बुधवार को हुई बीजेपी की महत्वपूर्ण बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और पूर्व गुजरात मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की मौजूदगी में देवेंद्र फडणवीस को सर्वसम्मति से बीजेपी विधायक दल का नेता चुना गया। इसके साथ ही उनकी मुख्यमंत्री पद पर ताजपोशी का रास्ता साफ हो गया।
बीजेपी ने इस बार 288 में से 132 सीटें जीतीं, जबकि एनसीपी ने 41 और शिवसेना ने 57 सीटों पर जीत दर्ज की। शिवसेना के नेता एकनाथ शिंदे को डिप्टी सीएम पद स्वीकार करना पड़ा।
फडणवीस ने विधायक दल की बैठक में कहा, “मैं सभी विधायकों और गठबंधन सहयोगियों का आभारी हूं। यह चुनाव ऐतिहासिक था और आपकी सहभागिता से ही यह संभव हुआ।”
महा विकास अघाड़ी का पतन और बीजेपी की वापसी
2019 में शिवसेना के साथ मुख्यमंत्री पद के विवाद के चलते बीजेपी और शिवसेना अलग हो गए थे। फडणवीस ने उस समय भी मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, लेकिन यह सरकार कुछ ही दिनों में गिर गई। इसके बाद महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने सरकार बनाई।
हालांकि, 2022 में एकनाथ शिंदे के विद्रोह के बाद एमवीए सरकार गिर गई और फडणवीस को डिप्टी सीएम बनाया गया। इस ‘डिमोशन’ को लेकर फडणवीस को विपक्ष के कटाक्ष झेलने पड़े। लेकिन अब, वह महायुति सरकार के तीसरे कार्यकाल का नेतृत्व करेंगे।
आजाद मैदान में शपथग्रहण की तैयारी जोरों पर
आजाद मैदान में 2500 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। भारी भीड़ को संभालने के लिए सशस्त्र बल, टास्क फोर्स और अन्य एजेंसियों को लगाया गया है।
इस शपथग्रहण समारोह में महाराष्ट्र की सांस्कृतिक विविधता और महायुति गठबंधन की ताकत का प्रदर्शन होगा। यह न केवल फडणवीस के लिए बल्कि बीजेपी के लिए भी एक बड़ी राजनीतिक जीत मानी जा रही है।
टिप्पणी: देवेंद्र फडणवीस की यह वापसी दर्शाती है कि राजनीति में धैर्य और नेतृत्व क्षमता के साथ सफलता पाई जा सकती है। अब देखना होगा कि वह महाराष्ट्र को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाने में कितना सफल होते हैं।
Devendra Fadnavis : एक नजर उनके जीवन और राजनीतिक सफर पर
देवेंद्र फडणवीस भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रमुख नेताओं में से एक हैं, जो महाराष्ट्र की राजनीति में अपनी दृढ़ नेतृत्व क्षमता और सुलझे हुए व्यक्तित्व के लिए जाने जाते हैं। वह तीन बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने का गौरव प्राप्त कर चुके हैं।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
- पूरा नाम: देवेंद्र गंगाधरराव फडणवीस
- जन्म: 22 जुलाई 1970
- जन्मस्थान: नागपुर, महाराष्ट्र
- परिवार: पिता गंगाधरराव फडणवीस, नागपुर के वरिष्ठ राजनीतिज्ञ और महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य थे। माता सरिता फडणवीस ने एक समाजसेवी और शिक्षिका के रूप में अपनी पहचान बनाई।
- शिक्षा:
- बी.कॉम (वाणिज्य में स्नातक) नागपुर के गवर्नमेंट लॉ कॉलेज से।
- इसके बाद उन्होंने बिजनेस मैनेजमेंट और लॉ में पढ़ाई की।
- आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) के विचारों से प्रभावित होकर उन्होंने राजनीतिक समझ और नेतृत्व की दिशा में कदम बढ़ाए।
राजनीतिक करियर की शुरुआत
देवेंद्र फडणवीस का राजनीति से जुड़ाव उनके कॉलेज के दिनों से ही शुरू हुआ। वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के सक्रिय सदस्य रहे और युवाओं की समस्याओं पर काम किया।
- 1992 में, मात्र 22 वर्ष की उम्र में, वह नागपुर नगर निगम के सबसे युवा पार्षद चुने गए।
- 1997 में नागपुर के मेयर बने और देश के सबसे युवा मेयर का रिकॉर्ड बनाया।
मुख्यमंत्री के रूप में उपलब्धियां
देवेंद्र फडणवीस ने 31 अक्टूबर 2014 को पहली बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनकी सरकार ने राज्य में कई क्रांतिकारी बदलाव किए:
- कृषि क्षेत्र में सुधार:
- जलयुक्त शिवार योजना के माध्यम से कृषि में जल प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया।
- किसानों के लिए कर्ज माफी योजनाएं चलाईं।
- इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास:
- मुंबई मेट्रो परियोजनाओं, मुंबई-नागपुर समृद्धि एक्सप्रेसवे और स्मार्ट सिटी परियोजनाओं को गति दी।
- डिजिटल गवर्नेंस:
- राज्य सरकार की सेवाओं को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- औद्योगिक निवेश:
- महाराष्ट्र को विदेशी निवेशकों के लिए एक आकर्षक गंतव्य बनाया।
विवाद और चुनौतियां
2019 में, मुख्यमंत्री पद को लेकर शिवसेना से विवाद के बाद महाराष्ट्र में राजनीतिक अस्थिरता पैदा हुई। फडणवीस ने एनसीपी के अजित पवार के साथ सरकार बनाई, लेकिन यह गठबंधन कुछ ही दिनों में टूट गया। इसके बाद महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने सरकार बनाई, और फडणवीस को विपक्ष का नेता बनना पड़ा।
तीसरी बार मुख्यमंत्री का सफर
2024 में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में महायुति गठबंधन की जीत के बाद फडणवीस तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं।
निजी जीवन
- पत्नी: अमृता फडणवीस, एक बैंकर, गायिका और सामाजिक कार्यकर्ता।
- संतान: एक बेटी दिविजा फडणवीस।
- फडणवीस अपनी सादगी, स्पष्टवादिता और ईमानदारी के लिए जाने जाते हैं।
पुरस्कार और सम्मान
- नगर निगम और राज्य स्तरीय सेवाओं में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित।
- नागपुर में उनके कार्यकाल को शहरी विकास के लिए मिसाल माना जाता है।
रोचक तथ्य
- फडणवीस बचपन से ही आरएसएस की शाखा में जाते थे।
- उन्हें कानून, प्रशासन और मैनेजमेंट का गहरा ज्ञान है।
- वह युवाओं के बीच खासे लोकप्रिय हैं और उन्हें अक्सर महाराष्ट्र का “युवा चेहरा” कहा जाता है।