छात्रों का आंदोलन: Khan Sir हिरासत में, रिहाई की मांग तेज
पटना: 13 दिसंबर को होने वाली बीएससी परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया लागू होने के विरोध में छात्र आंदोलन तेज हो गया है। इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व छात्रों के लोकप्रिय शिक्षक, खान सर, कर रहे थे। मंगलवार को पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया, जिसके बाद छात्रों में आक्रोश फैल गया है।
आंदोलन की वजह
छात्रों का आरोप है कि नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया उनके भविष्य के साथ अन्याय कर सकती है। इस प्रक्रिया को लेकर छात्रों में भारी असंतोष है, और वे इसे रद्द करने की मांग कर रहे हैं। परीक्षा के आयोजन और प्रक्रिया में पारदर्शिता की मांग को लेकर प्रदर्शन जारी है।
खान सर की गिरफ्तारी
पुलिस ने खान सर को हिरासत में लेते हुए उन पर प्रदर्शन को उकसाने और छात्रों को सड़कों पर उतारने का आरोप लगाया। हालांकि, खान सर ने पहले ही छात्रों से शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगें रखने की अपील की थी। उनके समर्थन में प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि उनके शिक्षक को गलत तरीके से फंसाया गया है और वे तुरंत उनकी रिहाई की मांग कर रहे हैं।
छात्रों की प्रतिक्रिया
खान सर की गिरफ्तारी के बाद पटना में विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। सैकड़ों छात्र सड़कों पर उतर आए हैं, नारेबाजी कर रहे हैं, और सरकार से उनकी रिहाई की मांग कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि यह गिरफ्तारी उनके अधिकारों और आवाज को दबाने की कोशिश है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
पुलिस का कहना है कि कानून और व्यवस्था बनाए रखना उनकी प्राथमिकता है। प्रशासन ने छात्रों से अपील की है कि वे शांतिपूर्ण प्रदर्शन करें और कानून अपने हाथ में न लें।
राजनीतिक समर्थन
कई राजनीतिक दलों ने छात्रों और खान सर के समर्थन में आवाज उठाई है। विपक्षी नेताओं ने उनकी गिरफ्तारी को लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन बताया है और तुरंत उनकी रिहाई की मांग की है।
यह मामला शिक्षा व्यवस्था और प्रशासनिक प्रक्रिया में सुधार की मांग को उजागर करता है। छात्रों और शिक्षकों का आंदोलन एक बड़ा सामाजिक मुद्दा बनता जा रहा है, और प्रशासन के लिए यह चुनौतीपूर्ण है कि वह स्थिति को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाए।