Jharkhand Election :
झारखंड विधानसभा चुनाव में आम उम्मीदवारों का परिचय
1. चुनाव की जानकारी
- चुनाव तिथियाँ:
- पहला चरण: 13 नवंबर 2024
- दूसरा चरण: 20 नवंबर 2024
- मतगणना: 23 नवंबर 2024
2. मुख्य पार्टियाँ और उम्मीदवारों की संख्या
- पार्टियाँ:
- झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM)
- भारतीय जनता पार्टी (BJP)
- कांग्रेस, आजसू, RJD, वाम दल, और कई अन्य छोटे दल
- कुल उम्मीदवार: 1211 उम्मीदवार मैदान में, जिनमें कई आम लोग शामिल हैं।
3. प्रमुख उम्मीदवार और उनकी पृष्ठभूमि
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मुकुल नायक (कांके विधानसभा क्षेत्र)
- पेशा: रंगाई-पुताई का काम
- पार्टी: लोकहित अधिकार पार्टी
- विशेषताएँ:
- सातवीं पास और सीमित संसाधनों के बावजूद चुनाव लड़ रहे हैं।
- चंदे के पैसे से चुनाव प्रचार कर रहे हैं।
- गाँव-गाँव जाकर बाइक से प्रचार करेंगे; अधिकतम ₹30,000 खर्च का अनुमान।
- उनके जीवन में आर्थिक संघर्ष है, पर गरीबों के हक के लिए लड़ने का संकल्प है।
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मनोज करुआ (जुगसलाई विधानसभा क्षेत्र)
- पेशा: सिक्योरिटी गार्ड
- शिक्षा: पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएट, वर्तमान में लॉ की पढ़ाई कर रहे हैं।
- चुनावी खर्च: 50,000 तक चंदे का उपयोग।
- चुनावी उद्देश्य:
- युवाओं को नशे से बचाना और रोजगार के अवसर लाना।
- चुनाव में सोशल मीडिया के सहारे प्रचार करेंगे।
- कंपनी से छुट्टी लेकर चुनाव में हिस्सा ले रहे हैं।
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पुरुषोत्तम पांडे (बरही विधानसभा क्षेत्र)
- पेशा: पुजारी
- समर्थन: अखिल भारत हिन्दू महासभा
- खास कार्य:
- धर्मांतरण के खिलाफ विरोध मार्च किए हैं।
- हिन्दू राष्ट्र और जनसंख्या नियंत्रण के लिए पैदल यात्रा की।
- उम्मीद: 20,000 से अधिक वोट मिलने की उम्मीद है।
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बदरी यादव (बरही विधानसभा क्षेत्र)
- पेशा: पोकलेन मैकेनिक
- चुनावी मुद्दा: ‘सहारा इंडिया’ में फंसे लोगों के पैसे की वापसी।
- पारिवारिक पृष्ठभूमि:
- पत्नी और पिता पहले भी चुनाव लड़ चुके हैं।
- उनका उद्देश्य है अपने परिवार का सपना पूरा करना।
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रविंद्र सिंह (जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र)
- पेशा: पान विक्रेता
- चुनाव प्रचार: साइकिल से प्रचार करेंगे, कोई आर्थिक मदद नहीं।
- परिचय: इलाके में ‘प्रभु जी’ के नाम से प्रसिद्ध हैं।
- उम्मीद: पाँच वोट मिलना भी उनके लिए गर्व की बात होगी।
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सावित्री देवी (तोरपा विधानसभा क्षेत्र)
- पेशा: किसान और खेतिहर मजदूर
- पार्टी: बहुजन समाज पार्टी
- चुनावी अनुभव:
- इससे पहले लोकसभा चुनाव में भी हिस्सा ले चुकी हैं।
- क्षेत्रीय ग्राम सभाओं में उनकी पकड़ मजबूत है।
- चंदा से चुनाव खर्च की योजना बनाई है।
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दिवाशंकर पासवान (हटिया विधानसभा क्षेत्र)
- पेशा: एम्बुलेंस ड्राइवर
- पार्टी: पीपल्स पार्टी ऑफ इंडिया
- चुनावी मुद्दे:
- मजदूरों के अधिकार जैसे ओवरटाइम, पीएफ, और वीक ऑफ का मुद्दा उठाना चाहते हैं।
- चुनाव प्रचार में 20,000 रुपये खर्च करने की योजना।
4. चुनावी संघर्ष और उद्देश्य
- इन उम्मीदवारों का मुकाबला मुख्यधारा के करोड़पति नेताओं से है, जो बड़े बजट के साथ चुनाव लड़ रहे हैं।
- ये उम्मीदवार अपने सीमित साधनों के बावजूद समाज की समस्याओं को दूर करने के उद्देश्य से चुनाव लड़ रहे हैं, जैसे कि रोजगार, मजदूरों के अधिकार, धर्मांतरण, और सरकारी योजनाओं तक सभी की पहुंच।
5. उम्मीदें और उद्देश्य
- इन उम्मीदवारों का लक्ष्य समाज की बेहतरी के लिए कार्य करना है।
- ये लोग गरीबों, किसानों, और मजदूरों के हक के लिए संघर्ष करना चाहते हैं।
- चुनाव जीतने के बाद अपने क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाने की उम्मीद है।