Smriti Mandhana का पूरा जीवन परिचय दो | women’s cricket team
स्मृति मंधाना भारतीय महिला क्रिकेट की एक प्रमुख खिलाड़ी हैं। उनका जन्म 18 जुलाई 1996 को महाराष्ट्र के मुंबई में हुआ था। वे दाएं हाथ की बल्लेबाज हैं और अपने आक्रामक बल्लेबाजी शैली के लिए जानी जाती हैं।
शिक्षा और प्रारंभिक जीवन
स्मृति का क्रिकेट में रुचि बचपन से ही थी। उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा मुंबई में की और क्रिकेट की शुरुआत स्कूल स्तर पर की। इसके बाद, उन्होंने 15 साल की उम्र में राज्य स्तर पर खेलना शुरू किया और जल्दी ही अपनी प्रतिभा के लिए पहचानी गईं।
करियर
- अंतरराष्ट्रीय करियर: स्मृति मंधाना ने 2013 में भारत के लिए वनडे क्रिकेट में पदार्पण किया। उन्होंने 2016 में टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी पदार्पण किया।
- विरासत: वे भारतीय महिला क्रिकेट टीम की प्रमुख बल्लेबाजों में से एक बन गईं और उनके नाम कई महत्वपूर्ण रिकॉर्ड हैं। मंधाना ने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण मैचों में शानदार पारियां खेली हैं, जिसमें उनकी 2018 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई 99 रनों की पारी शामिल है।
- IPL: स्मृति मंधाना महिला प्रीमियर लीग (WPL) में भी खेलती हैं, जहां उन्होंने विभिन्न फ्रेंचाइजियों के लिए योगदान दिया है।
व्यक्तिगत जीवन
स्मृति मंधाना का व्यक्तिगत जीवन भी सुर्खियों में रहता है। वे अपने परिवार के करीब हैं और अक्सर उनके साथ समय बिताने की बात करती हैं।
पुरस्कार और सम्मान
स्मृति मंधाना को उनकी उत्कृष्टता के लिए कई पुरस्कार मिले हैं, जैसे कि:
- बीसीसीआई के द्वारा ‘बेस्ट महिला क्रिकेटर’ का पुरस्कार।
- 2018 में अर्जुन पुरस्कार।
खेल शैली
स्मृति मंधाना की खेल शैली उनके आक्रामक बल्लेबाजी और रणनीतिक सोच पर आधारित है। वे विशेष रूप से गेंद को अच्छे से टाइमिंग करने और तेज गति से रन बनाने की क्षमता रखती हैं।
निष्कर्ष
स्मृति मंधाना न केवल एक प्रतिभाशाली क्रिकेटर हैं, बल्कि वे महिला क्रिकेट के लिए एक प्रेरणा भी हैं। उनकी मेहनत और समर्पण ने उन्हें भारतीय क्रिकेट में एक विशेष स्थान दिलाया है।
स्मृति मंधाना हाल ही में चर्चा में हैं क्योंकि उन्होंने भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान के रूप में न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वनडे मैच में शानदार जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस मैच में, भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया, जिससे भारत ने न्यूजीलैंड को हराया। मंधाना ने कहा कि टीम के आत्मविश्वास और एकता ने उन्हें जीत दिलाने में मदद की, और उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि यह पिछले कुछ महीनों में उनके लिए कठिन समय रहा है
इसके अलावा, मंधाना और शफाली वर्मा ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है, जिसमें उन्होंने T20I क्रिकेट में सबसे अधिक अर्धशतकीय साझेदारियों का रिकॉर्ड बराबर किया। इस जोड़ी ने श्रीलंका के खिलाफ एक मैच में 98 रनों की साझेदारी की, जिससे उन्होंने एक नया मील का पत्थर स्थापित किया
इन उपलब्धियों के चलते स्मृति मंधाना की खेल में गतिविधियों और उनकी कप्तानी की चर्चा हो रही है, जो भारतीय क्रिकेट के लिए सकारात्मक संकेत है।