Supreme Leader Ayatollah Ali Khamenei कौन है जिनका ट्विटर अकाउंट निलंबित कर दिया गया है

Supreme Leader Ayatollah Ali Khamenei | Know why his Twitter account was suspended

आयतुल्लाह अली खामेनी, जिनका जन्म 17 जुलाई 1939 को ईरान के मशहद में हुआ, ईरान के सर्वोच्च नेता हैं। वे 4 जून 1989 को आयतुल्लाह रुहोल्ला खोमेनी की मृत्यु के बाद इस पद पर आए। उनके बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें निम्नलिखित हैं:

  1. प्रारंभिक जीवन और शिक्षा: खामेनी ने अपने धार्मिक अध्ययन की शुरुआत क्यूम में की, जो शिया विद्या का एक प्रमुख केंद्र है। उन्होंने इस्लामी धर्मशास्त्र और दर्शन में अध्ययन किया।
  2. राजनीतिक सक्रियता: 1960 के दशक में, खामेनी शाह के शासन के खिलाफ सक्रिय हुए। उन्होंने शाह की सत्ता के खिलाफ प्रदर्शन किया, जिसके कारण उन्हें जेल में डाल दिया गया और बाद में निर्वासित कर दिया गया।
  3. इस्लामी क्रांति में भूमिका: उन्होंने 1979 की ईरानी क्रांति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसने शाह को सत्ता से हटा दिया। क्रांति के बाद, उन्होंने विभिन्न सरकारी पदों पर कार्य किया, जिसमें 1981 से 1989 तक ईरान के राष्ट्रपति का पद शामिल है।
  4. सर्वोच्च नेता: सर्वोच्च नेता के रूप में, खामेनी के पास सभी सरकारी शाखाओं, सेना और मीडिया पर अंतिम अधिकार होता है। वे ईरान की विदेश और घरेलू नीतियों का निर्धारण करते हैं और न्यायिक प्रणाली तथा इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) पर भी उनका महत्वपूर्ण प्रभाव होता है।
  5. विचार और नीतियाँ: खामेनी का पश्चिमी प्रभाव के खिलाफ कठोर रुख और क्षेत्र में उग्रवादी समूहों का समर्थन करने के लिए जाना जाता है। वे अमेरिकी विदेश नीति की आलोचना करते हैं और ईरान के परमाणु कार्यक्रम के महत्व को उजागर करते हैं।
  6. विवाद: उनके नेतृत्व में मानवाधिकारों के मुद्दे, आर्थिक चुनौतियाँ और राजनीतिक दमन जैसे विवादों का सामना करना पड़ा है। उनके शासन के दौरान, 2009 के राष्ट्रपति चुनाव और हाल में 2019 और 2022 में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए हैं।
  7. स्वास्थ्य: खामेनी कई वर्षों से स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं, और उनके उत्तराधिकार और ईरान के राजनीतिक भविष्य को लेकर निरंतर अटकलें लगाई जाती हैं।

खामेनी का नेतृत्व ईरान की मध्य पूर्व में भूमिका और अन्य देशों के साथ उसके संबंधों को आकार देता है, विशेष रूप से भू-राजनीतिक तनाव और संघर्षों के संदर्भ में।

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यहां पर आयतुल्लाह अली खामेनेई के हालिया ट्वीट और इजरायल के साथ बढ़ते तनाव के बारे में बिंदुवार जानकारी प्रस्तुत की गई है:

  1. खाता खोलना: अयातुल्लाह अली खामेनेई ने हाल ही में हिब्रू भाषा में एक नया खाता खोला, जो एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर इजरायल के खिलाफ बयान देने के लिए था।
  2. ट्वीट का विषय: उन्होंने इजरायल पर हमले के जवाब में ईरान की ताकत को प्रदर्शित करने की चेतावनी दी और कहा, “ज़ायोनी शासन ने गलती की है।”
  3. खाता निलंबन: खामेनेई के हिब्रू खाते को इजरायल पर हमले की चेतावनी देने के कुछ घंटे बाद निलंबित कर दिया गया।
  4. इजरायल के हमले: शनिवार को इजरायल ने तेहरान और आसपास के इलाकों में सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए, जिसमें चार ईरानी सैनिक मारे गए।
  5. ईरानी प्रतिक्रिया: खामेनेई ने कहा कि ईरानी अधिकारियों को यह तय करना चाहिए कि वे इजरायल के सामने अपनी ताकत का सर्वोत्तम प्रदर्शन कैसे करें।
  6. ईरान की शक्ति: उन्होंने यह भी कहा कि ज़ायोनी लोग ईरान की शक्ति, पहल और दृढ़ संकल्प को सही ढंग से नहीं समझ पाए हैं।
  7. नेतन्याहू का बयान: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल के हवाई हमलों ने ईरान की सुरक्षा और मिसाइल उत्पादन को “कड़ी चोट” पहुंचाई है।
  8. खामेनेई के अन्य खाते: खामेनेई का एक मुख्य अकाउंट है, जहां वे अंग्रेजी और अक्सर हिब्रू में पोस्ट करते हैं, और एक अलग अकाउंट भी है जिसमें वे अरबी में पोस्ट करते हैं।
  9. स्थानीय मीडिया का बयान: ईरानी मीडिया ने खामेनेई के हवाले से कहा कि ज़ायोनी शासन द्वारा किए गए हमले को न तो कमतर और न ही बढ़ा-चढ़ाकर प्रस्तुत किया जाना चाहिए।

यह स्थिति ईरान और इजरायल के बीच तनाव को और बढ़ा रही है, जो दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण geopolitical मुद्दा बन गया है।

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